G20, जिसे “ग्रुप 20” के रूप में भी जाना जाता है, एक अंतरराष्ट्रीय आर्थिक संगठन है जिसमें 20 बड़े और महत्वपूर्ण देश शामिल हैं। G20 का मुख्य उद्देश्य आर्थिक सहयोग और विकास मुद्दों पर चर्चा करना है। इसका गठन 1999 में किया गया था, और यह ग्रुप 2008 की वित्तीय मंदी के समय से महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जब विश्व अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाने की जरूरत थी।
G20 के सदस्य देशों के संचालन में आने वाली विश्व की सबसे महत्वपूर्ण अर्थव्यवस्थाओं में से कुछ होते हैं, जैसे कि संयुक्त राज्य अमेरिका, चीन, भारत, रूस, जापान, कनाडा, जर्मनी, फ्रांस, इंग्लैंड, ब्राज़िल, आदि। G20 दुनिया की आर्थिक प्रगति और विकास पर चर्चा करने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में काम करता है, और यह विभिन्न आर्थिक मुद्दों पर सहमति दिलाने की कोशिश करता है, जैसे कि अर्थव्यवस्थाओं के विकास, वित्तीय स्थिरता, व्यापार और व्यापार में बाधाओं का कमी करना, आर्थिक साक्षरता, और क्लाइमेट चेंज जैसे मुद्दों पर।
आर्थिक नियमों, नीतियों, और अद्यतन अंतरराष्ट्रीय आर्थिक प्रबंधन में सहमति बनाने के लिए G20 सदस्य देशों के बीच सहयोग की बढ़ावा देता है और विश्व आर्थिक प्रबंधन के प्रति महत्वपूर्ण योगदान करता है।
Contents
जी20 समिट क्या है और कब इसका गठन हुआ?
“जी20” या “G20” (Group of Twenty) एक अंतरराष्ट्रीय आर्थिक समूह है जिसमें 20 बड़े और महत्वपूर्ण देशों के नेताओं का महत्वपूर्ण सम्मेलन होता है। यह समूह विश्व अर्थव्यवस्था के विकास और आर्थिक प्रबंधन के मुद्दों पर चर्चा करने के लिए एक मंच के रूप में काम करता है।
G20 का गठन 1999 में हुआ था, लेकिन पहला ग्रहण 2008 की वित्तीय मंदी के समय विशेष रूप से महत्वपूर्ण हुआ था, जब दुनिया भर में आर्थिक प्रतिबद्धता और सहयोग की जरूरत थी। G20 समिट वर्ष 2008 में वाशिंगटन डीसी, संयुक्त राज्य अमेरिका में पहला आयोजित हुआ था और उस समय से हर वर्ष यह समिट अलग-अलग देशों में होता है, जहां G20 के सदस्य देशों के नेता आकर्षित होते हैं।
G20 समिट के दौरान, विशेष रूप से आर्थिक मुद्दों पर चर्चा की जाती है, जैसे कि अर्थव्यवस्थाओं के विकास, वित्तीय स्थिरता, व्यापार, और अन्य आर्थिक प्रबंधन के मुद्दे। G20 समिट दुनिया के सबसे बड़े और सबसे महत्वपूर्ण अर्थव्यवस्थाओं के नेताओं के बीच आर्थिक सहयोग और साथ काम करने का माध्यम प्रदान करता है।
जी20 समिट को बनाने का क्या मकसद था?
G20 समिट को बनाने का मुख्य मकसद था आर्थिक सहयोग और विश्व अर्थव्यवस्था के प्रमुख मुद्दों पर चर्चा करने के लिए एक आर्थिक समूह को मिलाना। इसका उद्देश्य निम्नलिखित था:
1. **आर्थिक सहयोग:** G20 के सदस्य देश विश्व अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ और स्थिर बनाने के लिए सहयोग करने का प्रतिबद्ध हैं। इसका मतलब है कि वे विभिन्न आर्थिक मुद्दों पर सहमति दिलाने का प्रयास करते हैं और संयुक्त रूप से कदम उठाते हैं ताकि आर्थिक विकास हो सके।
2. **वित्तीय स्थिरता:** G20 के अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थाओं के माध्यम से आर्थिक स्थिरता को बढ़ावा देने का प्रयास करते हैं। यह आर्थिक संकटों को अच्छी तरह से प्रबंधित करने के लिए मदद कर सकता है।
3. **व्यापार और व्यापार में बाधाओं कमी:** G20 व्यापार और व्यापार में बाधाओं को कम करने और विभिन्न देशों के बीच व्यापार को बढ़ावा देने के उद्देश्य से काम करता है।
4. **आर्थिक साक्षरता:** G20 के सदस्य देश आर्थिक साक्षरता को बढ़ावा देने के लिए मिलकर काम करते हैं, जैसे कि शिक्षा और प्रशासनिक सुधार के माध्यम से।
5. **क्लाइमेट चेंज और पर्यावरण:** G20 विश्व पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन के मुद्दों पर भी चर्चा करता है और विश्व भर में साझा उपाय ढ़ूंढ़ने का प्रयास करता है।
G20 समिट विश्व अर्थव्यवस्था के सवालों पर सहमति दिलाने और आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देने के लिए अहम आर्थिक मंच के रूप में काम करता है।