'777 Charlie' Movie Review

यह मूवी एक "आदमी और एक कुत्ते के बीच संबंध" के रूप में वर्णित किया गया है |

फिल्म '777 चार्ली' के हीरो धर्मा और कुत्ते के बीच की एक ऐसी इमोशनल जर्नी है| 

'777 चार्ली' फिल्म जिसमें पालतू कुत्ते की खुशियों को पूरा करना धर्मा का  मकसद बन रहता है।

'777 चार्ली' के हीरो धर्मा का लुक और हाव-भाव आपको 'कबीर सिंह फिल्म' जैसे किरदार की याद दिलाता है। 

इसके अन्दर हीरो की अपनी एक खुद की कहानी है |

जिसकी वजह से उसके जीवन का रूटीन सिर्फ एक फैक्ट्री, बाइक, एक गंदा घर, बीयर, बढ़ी दाढ़ी, इडली, सिगरेट तक सीमित है, यही उसकी जिंदगी है। 

इसके अन्दर धर्मा के चेहरे की खामोशी और गंभीरता से उसके मोहल्ले के बच्चे डरते हैं। 

एक बेघर-लावारिस कुत्ता धर्मा के दरवाजे पर आकर रुक जाता है। 

धर्मा उसे भगाने की लाख कोशिश करता है परन्तु कामयाब नहीं हो पता है |  

इस कुत्ते को नाम मिलता है '777 Charlie', जिसकी  एक अपनी अलग कहानी है।