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पूर्वांचल एक्सप्रेसवे—
purvanchal expressway UPEIDA द्वारा 340.82 किमी पूर्वांचल एक्सप्रेसवे परियोजना एक निर्माणाधीन 6 लेन एक्सेस-नियंत्रित सड़क है, जो लखनऊ जिले के चांद सराय गांव को गाजीपुर जिले के हैदरिया गांव से जोड़ने वाले मार्ग को जोड़ेगा।
कुल अनुमानित लागत: रु. 22,494 करोड़
समय सीमा: अक्टूबर 2021
उद्घाटन: 16 नवंबर, 2021
परियोजना की कुल लंबाई: 340.824 किमी
लेन: 6
स्थिति: निर्माणाधीन
मालिक: उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (UPEIDA)
परियोजना मॉडल: ईपीसी (इंजीनियरिंग, खरीद और निर्माण)
दूरियों को समेट विकास को नई रफ़्तार देगा पूर्वांचल एक्सप्रेसवे
यह एक्सप्रेस वे गाजीपुर के बाद मऊ, आजमगढ़, अंबेडकर नगर, अयोध्या, सुल्तानपुर, अमेठी, बाराबंकी से होकर गुजरेगा। दिल्ली से गाजीपुर जाने में अब 10 घंटे का समय लगेगा।
इस परियोजना की घोषणा उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मई 2015 में लखनऊ-आजमगढ़-बलिया एक्सप्रेसवे के रूप में की थी। हालांकि, राज्य में भाजपा के सत्ता में आने के बाद योजनाओं में बदलाव आया। योगी आदित्यनाथ की सरकार ने परियोजना को लखनऊ-आजमगढ़-गाजीपुर में बदल दिया, और आवश्यक भूमि का लगभग 95% अधिग्रहण करने पर, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे की आधारशिला 14 जुलाई 2018 को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा रखी गई थी।
खास बात
इस एक्सप्रेस-वे की खास बात है कि इस पर 3.41 मीटर की एयर स्ट्रिप भी बनाई गई है। इस एक्सप्रेस-वे के रूट पर 18 फ्लाइओवर, 7 रेलवे ओवर ब्रिज, 6 टोल , 5 रैंप पास और 7 अंडरपास हैं। इसके अलावा 118 छोटे पुल और 502 पुलिया हैं। फिलहाल एक्सप्रेस-वे को 6 लेन का बनाया गया है, जिसका विस्तार आठ लेन तक किया जा सकता है।
ऐसे 10-11 घंटे में पूरा होगा दिल्ली से सफर
गाजीपुर से लखनऊ- 4 से 4.30 घंटे
लखनऊ से आगरा- 3 से 3.30 घंटे
आगरा से नोएडा- 2 से 2.30 घंटे
Purvanchal expressway toll tax की बात करें तो हल्के मोटर वाहनों जैसे कार, वैन और ऐसे अन्य वाहनों को 675,रुपये का भुगतान करना होगा। हल्के माल वाहनों, हल्के वाणिज्यिक वाहनों या मिनीबस की श्रेणी के वाहनों को 1,065 रुपये का भुगतान करना होगा। इसी तरह भारी मोटर वाहनों को टोल टैक्स के रूप में 2,145 रुपये का भुगतान करना होगा।
हर पैकेज पर तैनात होगी Police: 112 और ऐंबुलेंस
एक्सप्रेस-वे पर चलने वाले यात्रियों की सुरक्षा के लिए हर पैकेज पर 112 की गाड़ियां मौजूद रहेंगी। साथ ही हर पैकेज पर दो ऐंबुलेंस भी तैनात रहेंगी। इसके अलावा पुलिस चौकी का निर्माण भी एक्सप्रेस-वे पर बनाया जाएगा। साथ ही हैलिपैड का निर्माण भी किया जाएगा। इसके अलावा एक्सप्रेस-वे पर 8 पेट्रोल पंप शुरू किए जाएंगे। साथ ही सीएनजी स्टेशन भी लगाया जाएगा। यूपीडा सीईओ ने बताया कि एक्सप्रेस-वे के किनारे इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए रिचार्ज स्टेशन भी बनाया जाएगा।
जानिए पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे परियोजना से लाभ
- पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर 08 टॉयलेट ब्लॉक्स स्थापित किए जाने का कार्य प्रगति में है।
- इस एक्सप्रेस-वे के दोनों किनारों पर इंडस्ट्रीयल हब बनाने हेतु सरकार की ओर से यूपीडा को अधिकृत किया गया है।
- purvanchal expressway UPEIDA द्वारा 340.82 किमी पूर्वांचल एक्सप्रेसवे परियोजना एक निर्माणाधीन 6 लेन एक्सेस-नियंत्रित सड़क है, पर दुर्घटना होने की स्थिति में घायलों को त्वरित उपचार एवं नजदीकी चिकित्सालय में पहुंचाने के लिए प्रत्येक पैकेजों में 02-02 कुल 16 एंबुलेंस की सुविधा मिलेगी।
- P-X के निर्माण से प्रदेश का पूर्वी क्षेत्र प्रदेश की राजधानी एवं आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे व यमुना एक्सप्रेसवे के माध्यम से देश की राजधानी से त्वरित एवं सुगम यातायात के कॉरिडोर से जुड़ जाएगा।
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे (purvanchal expressway distance) की मदद से लंबी दूरी की यात्रा करने वाले यात्रियों को बहुत ही आसानी होने वालीं है। पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर सफर करते हुए आप आसानी से लखनऊ से गाजीपुर के अथवा लखनऊ से वाराणसी के बीच की यात्रा जो पहले 6 घंटे में तय होती अब वह घटकर मात्र 3.5 घंटे रह जाएगी। इसकी मदद से अब उत्तर प्रदेश और लखनऊ के आसपास के लोगों की काशी विश्वनाथ की नगरी वाराणसी की यात्रा बहुत ही सुगम ही आसान होने वाली है।