Narcotest क्या है, फुल डिटेल्स इन हिंदी 2023

Narcotest

दोस्तों आज के इस ब्लॉग में हम जानेंगे कि Narcotest क्या है | Narcotest में क्या किया जाता है? नार्को टेस्ट में कितना पैसा खर्च होता है | नार्को टेस्ट कब होता है? क्या नार्को टेस्ट खतरनाक है? इत्यदि | तो चलिए जान लेते है |

Contents

नार्को टेस्ट में क्या किया जाता है?

Narcotest एक डिसेप्शन डिटेक्शन टेस्ट है और इस टेस्ट में व्यक्ति को हिप्नोटिज्म की स्थिति में ले जाया जाता है और फिर उस व्यक्ति से अपराध के बारे में पूछताछ की जाती है। इस टेस्ट में कुछ ड्रग्स का भी इस्तेमाल किया जाता है जिसके जरिए व्यक्ति के चेतन मन को कमजोर करके उसे सम्मोहित करने की कोशिश होती है।

नार्को टेस्ट में कितना पैसा खर्च होता है?

55 हजार रुपए में टेस्ट होता है। इसके लिए फोरेंसिक लैब समय देती है। समय महीनेभर का भी हो सकता है।

नार्को टेस्ट कब होता है?

नार्को परीक्षण का प्रयोग किसी व्यक्ति से जानकारी प्राप्त करने के लिए दिया जाता है जो या तो उस जानकारी को प्रदान करने में असमर्थ होता है या फिर वो उसे उपलब्ध कराने को तैयार नहीं होता दूसरे शब्दों में यह किसी व्यक्ति के मन से सत्य निकलवाने लिए किया प्रयोग जाता है।

क्या नार्को टेस्ट खतरनाक है?

Narcotest बच्चों, बुजुर्गों और शारीरिक रूप से कमजोर लोगों का नहीं किया जाता है. इसके लिए एक टीम बनाई जाती है. इस टीम में फॉरेंसिक एक्सपर्ट,मनोवैज्ञानिक, जांच अधिकारी और पुलिस की मौजूदगी में होता है. साल 2014 में सुप्रीम कोर्ट में कहा था कि बिना किसी व्यक्ति के इजाजत के नार्को टेस्ट नहीं कर सकते हैं |

नार्को का मतलब क्या होता है?

नार्को एनालसिस शब्द ग्रीक शब्द नार्को (जिसका अर्थ है एनेस्थीसिया या टॉरपोर) से लिया गया है। इसका उपयोग एक क्‍लीनिकल ​​और मनोचिकित्सा तकनीक का वर्णन करने के लिए किया जाता है, जो साइकोट्रोपिक दवाओं विशेष रूप से बार्बिटुरेट्स का उपयोग करता है।

भारत में नार्को टेस्ट कहां किया जाता है?

नई दिल्ली के साकेत की एक अदालत ने दिल्ली पुलिस को इस साल मई में अपनी 27 वर्षीय लिव-इन पार्टनर श्रद्धा वाकर की हत्या के आरोपी 28 वर्षीय आफताब पूनावाला का नार्को टेस्ट कराने की अनुमति दे दी है।

आप कितनी बार नार्को ले सकते हैं?

Norco® 7.5/325: आवश्यकतानुसार हर 4 से 6 घंटे में 1 टैबलेट । आपका डॉक्टर आवश्यकतानुसार आपकी खुराक बढ़ा सकता है। हालांकि, खुराक आमतौर पर प्रति दिन 6 गोलियों से अधिक नहीं होती है। सामान्य: खुराक टैबलेट की ताकत पर निर्भर करती है और इसे आपके डॉक्टर द्वारा निर्धारित किया जाना चाहिए।

नार्को टेस्ट की अनुमति कौन दे सकता है?

नार्को टेस्ट के लिए पुलिस को कोर्ट से मंजूरी लेनी होती है। लेकिन यह केवल संदिग्ध द्वारा अपनी सहमति देने के बाद ही आयोजित किया जा सकता है। 2010 में, सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि “अभियुक्तों की सहमति के आधार को छोड़कर” कोई झूठ पकड़ने वाला परीक्षण नहीं किया जाना चाहिए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *