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गूगल क्या है और यह कैसे काम करता है?
आज के इस ब्लॉग में हम जानेंगे कि Google क्या है और यह कैसे काम करता है। जैसा कि आप सभी लोग जानते हैं कि आज की दुनिया में शायद ही कोई ऐसा इंसान होगा जो इंटरनेट को चलाना नहीं जानता होगा। आप लोगों में से बहुत से लोग सुबह से लेकर शाम तक Google पर कुछ ना कुछ चीजों को सर्च करते रहते हैं।
लेकिन क्या आप लोग यह जानते हैं कि Google काम कैसे करता है और यह हमारे प्रश्नों का उत्तर कैसे देता है। तो आज इस ब्लॉग में हम इन सभी चीजों के बारे में हम जानेंगे कि आखिर गूगल क्या है और कैसे काम करता है वही हमारे प्रश्नों का उत्तर कैसे देता है यदि आप लोग इन चीजों को जानना चाहते हैं तो हमारे आर्टिकल को पूरा पढ़ें।
Google kya hai?
मैं आपको बता दूं कि गूगल एक सर्च इंजन है जो कि हमारे द्वारा सर्च किए गए कीवर्ड को वेबसाइट और वेबपेज में सर्च करता है। और इससे संबंधित सभी रिजल्ट को रिजल्ट पेजेस पर दिखाता है
जैसे कि मान लीजिए आप ने गूगल पर जाकर सर्च किया। कि कंप्यूटर क्या है तो गूगल इंटरनेट पर सभी डेटाबेस उपलब्ध और वेबसाइट में से आपके द्वारा सर्च किए गए कीवर्ड मैच करेगा और इस से रिलेटेड सभी डाटा को अपने रिजल्ट पेज पर उसकी सर्च रैंकिंग के अनुसार दिखाएगा। आप तो आप सभी लोग समझ गए होंगे कि बात क्या है।
Google kese kaam karta hai?
गूगल सर्च इंजन आपके द्वारा सर्च किए गए कंटेंट को सर्च करने से लेकर रिजल्ट दिखाने तक की प्रोसेस को 3 फेज में पूरा करता है। जिसमें 1st पेज पर है कारोलिंग, 2nd है इंडेक्सिंग और 3rd है रेंकिंग।
कारोलिंग क्या है?
करौलर में जो है वेब पेज को सर्च करने का सबसे पहला स्टेप है गूगल के पास एक ऑटोमेटिक कारोलिंग भी होता है जिसे स्पाइडर भी कहा जाता है। जो की गूगल पर उपलब्ध सारी वेबसाइट पर जाकर सर्च किए गए कॉन्टेंट से मिलते जुलते हैं कंटेंट और पेजेस को कनेक्ट करता है गूगल के अकॉर्डिंग कारोलर एक सेकंड में 100 से 1000 पेजेस का इंफॉर्मेशन कलेक्ट कर लेता है।
इंडेक्सिंग क्या है?
इंडेक्सिंग क्या होता है यह करो लिंग के बाद कलेक्ट किए गए सभी इंफॉर्मेशन को रैंकिंग करके लिस्टिंग करता है और इसी लिस्टिंग प्रोसेस को इंडेक्सिंग कहते हैं।
आइए एक एग्जांपल के थ्रू समझते हैं कि कारोलिंग और इंडेक्सिंग क्या है मान लीजिए आपके पास बहुत सारी बुक्स है और उन सभी बुक्स के जो राइटर और बुक्स के नाम और उन सभी बुक्स के पेजेस को पढ़ना यह कारोलिंग कहलाता है और इन्हीं बुक के नेम या फिर रैंकिंग के हिसाब से लिस्टिंग करना इंडेक्सिंग कहलाता है।
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रेंकिंग क्या है?
गूगल के लिए रैंकिंग और रिट्रायबल सबसे आखरी और बेहद जरूरी स्टेप है यहां पर इंटेक्स के जरिए कलेक्ट्रेट सभी डाटा को वेब पेजेस को कई सारे प्रॉपर्टीज के अकॉर्डिंग जैसे कि पॉपुलर ट्री या फिर कौन सा पेज कितना फेमस है, और या फ़िर किस टाइप का कॉन्टेंट अवेलेबल है या फिर कौन सा यूजर कौन से एज ग्रुप से संबंधित है। और कंटेंट के अकॉर्डिंग इसकी दोबारा से रैंकिंग की जाती है तब जाकर गूगल हमारे ❓ का उत्तर देता है।
उम्मीद करता हूं आप सभी लोग यह जान चुके होंगे कि गूगल क्या है और कैसे काम करता है और यह हमारे क्वेश्चंस का आंसर कैसे देता है यदि आपको या आर्टिकल अच्छा लगा हो तो अपने दोस्तों के पास शेयर करना बिल्कुल ना भूलें।
Google की 1 दिन की कमाई कितनी होती है?
गूगल हर गुजरते मिनट के साथ औसतन 2 करोड रुपए की कमाई करता है गूगल ने साल 2021 की दूसरी तिमाही में अब तक की सबसे ज्यादा 61.9 बिलियन डॉलर की कमाई की थी।
गूगल कंपनी का मालिक कौन है?
गुगल कम्पनी का मालिक लैरी पेज और सर्गेई ब्रिन है और लैरी पेज का जन्म 26 मार्च 1973 को हुआ था।
सर्गेई ब्रिन का जन्म 21 मार्च 1973 को हुआ था।
Google 1 मिनट में कितना पैसा कमाता है?
मैं आपको बता दूं कि गूगल कंपनी की प्रति मिनट की कमाई $39,480 है अगर इसकी भारतीय करेंसी में कन्वर्ट करें तो यह कीमत ₹25,39,748 होती है।