दोस्तों यदि आप भारत की सड़कों पर कार चलाते हैं तो आपको Car Insurance खरीदने के मायने तो पता ही होंगे। साथ ही आप लोगों को हमें पता होगा, कि जब स्कूटर या बाइक का इंश्योरेंस उसको रिन्यू कराने की तो उसके क्या मायने होते हैं बहुत से लोग स्कूटर और बाइक को भारत की सड़कों पर चलाते हैं।
लेकिन वो इंश्योरेंस कराने से डरते हैं तो आज के इस ब्लॉग में हम लोग आपको बताने वाले हैं कि यदि आप भारतीय सड़कों पर बाइक या स्कूटर को चलाते हैं। तो आपको टू व्हीलर का जो इंश्योरेंस है वह कराना कितना ज्यादा जरूरी है यदि आप लोगों ने इंश्योरेंस कराया हुआ है तो और उसे रिन्यू नहीं कराया है तो उसे रिन्यू कराना कितना ज्यादा जरूरी है।
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कार इंश्योरेंस (Car Insurance) के फायदे और नुकसान
क्या होते हैं?
तो यदि आप लोग बाइक और कार को रखते हैं और उसे चलाते हैं और इंश्योरेंस कराने से कतराते हैं या फिर आपने उसे रिन्यू नहीं कराया है तो आप लोगों के लिए ब्लॉग को पढ़ना बहुत ही ज्यादा जरूरी है क्योंकि इस आर्टिकल के अंदर आप लोगों को बहुत सारी जानकारी दी जाएगी कि आप कितनी बड़ी मुश्किल में पड़ सकते हैं यदि आपने टू व्हीलर का इंश्योरेंस रिन्यू नहीं कराते हैं या फिर इंश्योरेंस नहीं कराता है तो।
तो चलिए जान लेते हैं कि टू व्हीलर का इंश्योरेंस कराने से क्या-क्या फायदे होते हैं और इसके क्या का नुकसान होते हैं।
1.यदि आपने दो पहिया वाहन का इंश्योरेंस नहीं कराते हैं तो इससे जिस व्यक्ति के साथ आपकी दुर्घटना होती है या फिर यूं कहें कि जिस व्यक्ति के साथ दुर्घटना का शिकार होते हैं। तो उसके आधार से यह सोचा जाए। तो आपको एक बड़ी रकम चुकानी पड़ सकती हैं।
2. वही यदि आपकी बाइक दुर्घटना में समाने वाली बाइक को नुकसान पहुंचाती है तो इसकी मरम्मत की भी आपको लागत काफी महंगी पड़ सकती हैं।
3. यदि आपकी बाइक के कारण दुर्घटना में किसी तीसरे पक्ष की जाने की किसी तीसरे व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है तो आपको उसके परिवार को मुआवजा देना पड़ सकता है और साथ ही मुआवजा उम्र भर के लिए भी हो सकता है या फिर उसके वितीय आय को ध्यान में रखकर मुआवजा आपसे लिया जा सकता हूं।
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4. टू व्हीलर बीमा पॉलिसी मृत्यु और विकलांग का का कवर भी प्रदान करती है यानी बाइक के मालिक के लिए एक व्यक्ति को दुर्घटना करें आपको समय पर बाइक के बीमा का रिन्यू कराना बहुत ही ज्यादा जरूरी है। और यदि आप लोग ऐसा नहीं करते हैं तो आपको भारी वित्तीय जोखिमों का सामना करना पड़ सकता है, नए कानून के अनुसार यदि किसी की दुर्घटना में मृत्यु हो जाती है तो पॉलिसी धारा के परिवार को ₹1500000 का मृत्यु कबर दिया जाता है। बीमा के बिना यह कवरेज मौजूद नहीं होता है यानी कि यदि आप लोगों ने बीमा नहीं करवा रखा है तो आपको यह कवरेज नहीं मिलेगा।
5. साथ ही यदि आप लोग टू व्हीलर इंश्योरेंस का रिन्यू करवाते हैं और एक व्यापक पॉलिसी को खरीदते हैं तो आपको खुद की क्षति के लिए कवरेज दिया जाता है यानी की बाइक और चोरी कवर जैसी कई सुविधाएं इसमें आपको मिलेंगे। यदि आप लोगों की बीमा में ग्रेट बाइक चोरी हो गई है तो आपको बीमा कंपनी आपको वर्तमान बाइक दर के बराबर आपको राशि का भुगतान करेगी। यदि आप लोग दो बीमा वाहन का रजिस्ट्रेशन नहीं करवाते हैं तो आपको दोनों ही मामलों में वित्तीय हानि हो सकती। जैसे खुद की क्षति भी और चोरी भी।
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6. एक वाहन में आग लगने के कई कारण हो सकते हैं। यांत्रिकी या फिर बिजली की विभिनता बाइक को आग लगने का एक कारण भी हो सकती है एक अन्य कारण में पटाखे भी शामिल हो सकते हैं जो कि भारत में दीवाली के दौरान एक आम बात होती है आग से बाइक को काफी नुकसान हो सकता है। इस तरह की क्षति की मरम्मत आपके कंधे पर बिना बीमा पॉलिसी के गिर सकती है। यदि आप लोगों ने बीमा करा रखा होगा। तो आपको इस क्षति का पूरा भुगतान किया जाएगा।
7. भारत में कानून के द्वारा बाइक बीमा पॉलिसी खरीदना बहुत ही ज्यादा जरूरी है। यदि आप समय पर बीमा पॉलिसी के लिए रजिस्ट्रेशन नहीं करते हैं, तो आपके पास वेदाय बाइक बीमा पॉलिसी नहीं होगी। तो आपके ऊपर दो हज़ार रूपए का जुमाना लग सकता है।
8. जब भी आप अपनी बाइक या अपने स्कूटर के लिए बीमा पॉलिसी को परचेस कर रहे हैं किसी भी कंपनी से तो उस कंपनी की बीमा पॉलिसी मैं मिलने वाली फैसिलिटी के बारे में आप लोग जरूर से पूछताछ कर ले उसके बारे में एक बार अच्छे से पढ़ ले इसमें आपको लोगों को क्या-क्या सुविधाएं मिल रही है यदि आप लोगों को कोई कंपनी कम सुविधाएं देती है। और दूसरी कंपनी में आप लोगों को सुविधाएं ज्यादा मिल रही है। तो आप अपनी सुविधा के अनुसार उस कंपनी के बीमा पॉलिसी को ले सकते हैं।
उम्मीद करता हूं आप लोगों को या जानकारी अच्छी लगी हो।
Thanks…