दोस्तों आज के इस ब्लॉग में हम बात करने वाले है | term life insurance के बारे में | कि टर्म लाइफ इंश्योरेंस क्या है? | यह कितने साल है | इसे कौन ले सकता है | इत्यादी ओर भी अन्य जानकरी देखने वाले है, आज के इस ब्लॉग में | तो बने रहिए ओर इस आर्टिकल को पूरा पढ़िए |
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टर्म लाइफ इंश्योरेंस क्या है? | term life insurance
टर्म इंश्योरेंस एक प्रकार का जीवन बीमा है जो सीमित अवधि के लिए भुगतान की एक निश्चित दर पर कवरेज प्रदान करता है, उस अवधि के समाप्त होने के बाद, प्रीमियम की पिछली दर पर कवरेज की अब गारंटी नहीं है और ग्राहक को या तो कवरेज से गुजरना चाहिए या संभवित रूप से विभिन्न भुगतानों या शर्तों के साथ आगे की कवरेज प्राप्त करनी चाहिए। यदि टर्म के दौरान बीमित व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है, तो मृत्यु लाभार्थी को भुगतान किया जाएगा। टर्म इंश्योरेंस आमतौर पर एक निश्चित अवधि के दौरान प्रीमियम पर सबसे कम खर्च वाला बीमा है।
टर्म इन्शुरन्स (term life insurance) कितने साल का होता है?
पॉलिसी अवधि: टर्म लाइफ इंश्योरेंस आमतौर पर 5, 10, 15, 30 या 75 साल तक की अवधि के लिए होता है और मृत्यु लाभ केवल तब ही दिया जाता है जब बीमा पॉलिसी की अवधि के दौरान निधन होता है। पॉलिसी बीमाधारक की मृत्यु पर समाप्त हो जाती है।
टर्म इन्शुरन्स कौन ले सकता है?
Term Life insurance गांवों और छोटे शहरों में रहने वाला 18 साल से ज्यादा उम्र का कोई भी व्यक्ति इस टर्म प्लान को ले सकेगा |
कोई कितने टर्म इंश्योरेंस ले सकता है?
मल्टीपल टर्म इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदने और फ्यूचर जेनराली फ्लेक्सी ऑनलाइन टर्म प्लान जैसी एक से अधिक टर्म इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदने पर कोई प्रतिबंध नहीं है , यह निश्चित रूप से कई मृत्यु लाभ विकल्पों, किफायती प्रीमियम (विशेष रूप से महिलाओं के लिए कम दर प्रीमियम), कवरेज, के मामले में फायदेमंद है। राइडर्स, टैक्स…
सबसे सस्ता टर्म इंश्योरेंस कौन सा है?
भारत में सबसे सस्ता टर्म इंश्योरेंस LIC प्लान नंबर 854 का माना गया है। इस पॉलिसी को सबसे सस्ती टर्म इंश्योरेंस पॉलिसी मानी गई है। इस पॉलिसी को खरीदने के लिए आपकी उम्र 18 वर्ष से लेकर 65 वर्ष तक के मध्य होना चाहिए। LIC प्लान नंबर 854 पॉलिसी में आपको 50 लाख रुपए तक की पॉलिसी करवानी होती है।
टर्म लाइफ इंश्योरेंस से पैसे वापस कैसे मिलते हैं?
प्रीमियम वापसी के साथ टर्म इश्योरेंस पॉलिसी की समाप्ति पर प्रीमियम वापसी का प्रस्ताव देता है। यदि बीमाकर्ता बीमे की अवधि के खत्म होने के बाद भी जीवित रह जाता है, तो वे पॉलिसी के समाप्त होने पर जितना भी प्रीमियम जमा किया हुआ है वो सारा का सारा प्रीमियम उन्हें वापस हो जाएगा।
टर्म इंश्योरेंस में किस प्रकार की मृत्यु कब होती है?
टर्म प्लान में किस तरह से हुई मृत्यु होती है कवर टर्म जीवन बीमा में प्राकृतिक मृत्यु या स्वास्थ्य कारणों से होने वाली मृत्यु कवर होती है। गंभीर बीमारी से मृत्यु होने पर भी क्लेम का पैसा लाभार्थी को मिलता है। टर्म प्लान लेने वाले की एक्सीडेंट में मृत्यु भी पॉलिसी के तहत कवर होती है।
टर्म कितने प्रकार के होते हैं?
- छह प्रकार के कर्म हर कोई करता है परंतु कैसे होते हैं संचित कर्म
- नित्य कर्म (दैनिक कार्य)।
- नैमित्य कर्म (नियमशील कार्य)।
- काम्य कर्म (किसी मकसद से किया हुआ कार्य)।
- निश्काम्य कर्म (बिना किसी स्वार्थ के किया हुआ कार्य)।
- संचित कर्म (प्रारब्ध से सहेजे हुए कर्म)।
- निषिद्ध कर्म (नहीं करने योग्य कर्म)।
टर्म इंश्योरेन्स से होने वाले फायदे।
- टर्म इंश्योरेन्स का सबसे बड़ा फायदा यह है कि जब खाताधारक की मृत्यु हो जाती है तो आपके परिवार नॉमिनी को आर्थिक सहायता प्रदान करता है।
- टेक्स में लाभ मिलता है। नॉमिनी को आयकर अधिनियम की कलम 80C ओर जब मृत्यु हो जाती है तब कलम 10D के तहत टेक्स में लाभ मिलता है।
- टर्म इंश्योरेंस प्लान काफी हद तक कवरेज प्रदान करते हैं। संपूर्ण जीवन बीमा योजनाएँ 99 वर्ष की आयु तक भी कवरेज प्रदान करती हैं।
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- टर्म इंश्योरेन्स प्लान में सस्ती प्रीमियम राशि का भुगतान करके टर्म इंश्योरेंस प्लान से उच्च मूल्य का जीवन बीमा प्राप्त कर सकते हैं
- टर्म इंश्योरेन्स में यदि आपकी बीमा योजना में वैकल्पिक गंभीर बीमारी कवरेज शामिल है, तो आपको योजना में शामिल किसी भी गंभीर बीमारी के निदान पर भुगतान मिलेगा।
- आप अपने टर्म इंश्योरेंस प्लान में आकस्मिक मृत्यु लाभ जोड़ सकते हैं। यह भविष्य में किसी भी दुर्घटना के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करेगा।