बच्चों के विकास के लिए सिर्फ स्वस्थ आहार ही नहीं काफी होता है बल्कि शारीरिक रूप से व्यायाम करना भी बहुत ही जरूरी होता है\ इसके लिए आउटडोर गेम जिसको हम बाहर का गेम के नाम से भी जानते हैं\ इस आर्टिकल में मैं आप लोगों को बाहर खेले जाने वाले गेम के बारे में बताऊंगा और यह खेल किसी भी मौसम में खेला जाता है यही वजह है कि लोग आज भी आउटडोर गेम को काफी अच्छा मानते हैं, मैं आप लोगों को आउटडोर गेम के बारे में जानकारी दूंगा|
Contents
कांचा (गोली) Kanchha:
कांचा या गोली यह खेल ज्यादातर गांव के बच्चों के बीच में एक लोकप्रिय खेल है यह खेल को कांच के गोलाकार में कंचे के साथ खेला जाता है| इसके उद्देश्य आपके पास मौजूद अन्य कंचे को सूट करके और उन पर प्रहार करके जितना संभव हो सके दूसरे प्लेयर से कंचे इकट्ठा करना होता है इसको खेलने के लिए कोई भी प्लेयर्स की सीमा नहीं होती है| आप कम से कम 2 प्लेयर to 100 प्लेयर के साथ भी खेल सकते हैं|
कंचे खेलने का तरीका सबसे पहले जमीन पर एक बिंदु बनाया जाता है फिर दो हाथ की दूरी पर एक रेखा दी जाती है| इसके बाद बिंदु वाली जगह से मुट्ठी भर कांच की गोलियां को एक रेखा के अंदर रख लिया जाता है इसके बाद इस पार से उस पार फेंकना होता है दूसरे साथी द्वारा बताए गए किसी भी एक कंचे को निशाना लगाना होता है और निशाना चूकने पर दूसरे बच्चों की बारी आती है
ट्रेजर आईलैंड:
यह गेम काफी पुराना है बच्चों के लिए आउटडोर गेम्स में यह काफी पॉपुलर गेम है इसे अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग नाम से जानते हैं इस गेम में बच्चों को छिपाए गए खजाने को ढूंढना होता है और खेल के दौरान किसी वस्तु को खजाने के रूप में छिपा दिया जाता है सिर छिपाने वाला व्यक्ति दोनों टीम को खजाना ढूंढने के लिए कुछ सुराग देता है उन्हीं के आधार पर टीम के बच्चों को वह खजाना ढूंढना होता है इसे मजाक मजेदार बनाने के लिए खजाने को ढूंढने के लिए एक समय निर्धारित किया जाता है उस समय के अंतर्गत ही जो टीम पहले और कम समय में खजाना ढूंढती है वह विनर घोषित की जाती है इस गेम को खेलने के लिए 4 से 6 बच्चों की जरूरत होती है
छुपन छुपाई:
यह गेम हमारे समय में खेला जाता था हम लोग भी खेले हैं और यह गेम आज भी बहुत ज्यादा पॉपुलर है इस खेल को दादा नाना के जमाने का खेल भी कहा जाता है इसमें जितने बच्चे कट्ठा होते हैं उतना ही मजेदार यह खेल बन जाता है इस खेल को शुरू करने के लिए 1 बच्चों को चुना जाता है जिसे ट्रेन कहा जाता है डेल का काम होता है सब को ढूंढना इस दौरान बाकी सारे बच्चे कहीं ना कहीं एक से एक जगह पर झुकते हैं इस दौरान सब को ढूंढने के लिए चुना गया बच्चा सभी बच्चों को ढूंढता है और वह जिसको सबसे पहले पकड़ लेता है वह अगली बार में दिन बनकर दूसरों को ढूंढता है इस खेल को खेलने के लिए बच्चों का एक ग्रुप होना चाहिए कोई भी समय सीमा नहीं दी गई है इसके लिए बच्चों की उम्र 5 वर्ष से 16 वर्ष तक के बच्चे में यह गेम काफी पॉपुलर है
चोर पुलिस:
बच्चों को अक्सर आप लोगों ने देखा होगा कि बच्चों के अंदर चोर पुलिस का खेल खेलने में काफी आनंद आता है इस खेल को खेलने के लिए दो टीम की जरूरत होती है जिसमें एक टीम चोर बनती है और दूसरी टीम पुलिस बनकर चोर को ढूंढती है इसमें चोर वाली टीम कहीं छुप जाती है जिस को ढूंढने के लिए पुलिस वाली टीम की जिम्मेदारी होती है इसे खेलने का तरीका इस खेल को खेलने के लिए 5 से 10 बच्चों की जरूरत होती है सबसे पहले 32 बनाने के लिए टेस्ट करके यह फैसला लेना होता है कि पुलिस या चोर वाली टीम कौन होगा
पकड़म पकड़ाई:
पकड़म पकड़ाई यह एक आउटडोर गेम है जिसको खेलने के लिए एक मैदान की जरूरत होती है जिसमें बच्चों को काफी मजा आता है गर्मी के दिनों में आप अपने बच्चों को किसी पार्क या ऐसी खुली मैदान में लेकर जा सकते हैं जहां पर बच्चे पकड़म पकड़ाई का गेम खेल सकते हैं इसमें किसी एक बच्चे को जेल में जेल में शामिल अन्य बच्चों को पकड़ना होता है जो बच्चा सबसे पहले जिस को पकड़ता है वह गेम के दूसरे राउंड में देन बनता है इसमें बच्चों को दौड़ना होता है भागना होता है इस गेम को खेलने का तरीका इसमें दो से तीन बच्चे आराम से एक साथ खेल सकते हैं यह खेल किसी मैदान या पार्क में होना चाहिए ताकि बच्चों को किसी चीज से चोट लगने का खतरा ना हो|
खो खो गेम:
खो खो खो गेम एक परंपरिक गेम है इसे बच्चों के द्वारा स्कूल में भी खूब मन लगाकर खेला जाता है| इस खेल से जुड़े कई टूर्नामेंट भी आयोजित किए जाते हैं| इसे बच्चों को बड़े समूह के साथ खेला जाता है इस दौरान 2 टीम में बैठकर एक दूसरे को पकड़ते हैं सबसे पहले खेलने का तरीका हम जानते हैं सबसे पहले बच्चों को दो समूह में बांटना हो तो होता है फिर स्टाफ की मदद से फैसला लेते हैं कि कौन सी टीम पहले मैदान में जाएगी अब मैदान में किसी एक हिस्से में दो बड़ी सी रेखा खींच लेते हैं की रेखाओं के बीच में एक टीम के सदस्यों को बैठना होता है बैठने वाली टीम का एक सदस्य आगे की तरफ और दूसरा पीछे की तरफ मुंह करके बैठता है इसी तरह से पूरी टीम बैठती है इस खेल को खेलने के लिए 9 खिलाड़ी होते हैं दूसरी भागने वाली टीम के सदस्य मैदान में आते हैं|
बैडमिंटन:
बैडमिंटन रैकेट से खेले जाने वाला एक खेल है जिसको खेलने के लिए दो खिलाड़ियों की जरूरत होती है इस खेल को पार्क या आपके घर के सामने खाली जगह हो तो वहां पर भी आप खेल सकते हैं मैदान में एक नेट लगाना होता है और बैडमिंटन खेलने का मजाक बहुत आता है वरना ऐसे आपस में दो दोस्तों के साथ भी नेट लगा कर के हम खेल सकते हैं बैडमिंटन खेलने का तरीका बैडमिंटन खेलने के लिए बैडमिंटन किट की जरूरत होती है जिसे आप बाजार से आसानी से खरीद सकते हैं अगर पार्क में खेल रहे हैं तो लगभग 10 से 15 बीच की दूरी के बीचो बीच एक रेखा खींच दी जाती है फिर इसके दोनों तरफ दो खिलाड़ी खड़े होकर के खेलते हैं|
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क्रिकेट :
क्रिकेट जैसा कि दोस्तों आप जानते हैं क्रिकेट पूरे विश्व में एक लोकप्रिय खेलों में से एक माना जाता है यह खेल खेलने के लिए छोटे बच्चों से लेकर के वयस्क तक दोनों ही काफी उत्साहित होते हैं किसी खेलने के लिए दो टीम की जरूरत होती है आइए हम जानते हैं इस खेल को खेलने का तरीका क्रिकेट खेलने के लिए एक बल्ला जिसको हम बैठ भी बोलते हैं एक गैर और 6 डे इंडिया की जरूरत होती है जिसको हम इस टाइम भी बोलते हैं साथ ही इस खेल को खेलने के लिए 1 ओवर तय किया जाता है क्रिकेट के नियमों को देखा जाए तो दोनों टीम में 11-11 सदस्य होने चाहिए हालाकी बच्चों को इस खेल के नियम को मानना जरूरी होता है जिसमें दो अंपायर होते हैं| एंपायर का डिसीजन मान्य होता है, हिट्स ऑफ करके यह तय किया जाता है कौन सी टीम मैदान में बल्लेबाजी के लिए उतरेगी और कौन सी टीम फील्डिंग करेगी
कबड्डी:
उत्तर भारत में कबड्डी खेल बहुत इजी लोकप्रिय खेल माना जाता है क्रिकेट की तरह इस खेल को खेलने के लिए 2 टीम बनाई जाती है और दोनों ही टीम काफी आनंद के साथ खेलती है इसमें साफ को रोककर के कबड्डी कबड्डी कबड्डी बोलते हुए खेल खेलना होता है तो हम नीचे बता रहे हैं कि आपको इस खेल का खेलने का तरीका कैसे होता है सबसे पहले बच्चों को दो टीमों में बांटना होता है अब लगभग 8 से 10 फीट के मैदान के बीच में एक सीधी रेखा की जाती जाती है इसके बाद दोनों टीम 11 किनारे पर अपने क्षेत्र को चुनती है इस खेल में दोनों टीम एक-एक करके बारी-बारी खेलते हैं
गिल्ली डंडा:
यह खेल काफी प्रचलित है इसको खेलने के लिए एक डंडे और एक छोटी सी लकड़ी की बनी हुई गिल्ली होती है जिसको डंडे से जमीन पर रखकर मारना होता है और वह चलती है जब दिल्ली को डंडे से तेजी के साथ मारना होता है मारने पर दूसरी टीम के प्लेयर उस गिल्ली को पकड़ते हैं तो आइए हम जानते हैं गिल्ली डंडा कैसे खेला जाता है खेलने का तरीका क्या है इसे खेलने के लिए किसी टीम की जरूरत नहीं होती है इसे बच्चा खेल है या दोस्तों के साथ मिलकर के एक टीम बनाकर खेल सकता है गिल्ली डंडा खेलने के लिए हर बच्चों को एक एक मौका दिया जाता है दिल्ली को उछलने के बाद डंडे से मार कर दूर तक फेंकना होता है उसे विजेता माना जाता है|
रस्सी कूद:
इस गेम को खेलने के लिए 2 बच्चों की जरूरत होती है जो रस्सी को पकड़कर आमने सामने खड़े होते हैं और रस्सी को एक खिलाड़ी के ऊपर से निकालते हुए गोल-गोल घुमाना होता है फिर खिलाड़ी को बिना रस्सी हुए ऊपर से पूछना होता है तो हम बात करते हैं रस्सी कूद खेलने का तरीका क्या है सबसे पहले दो बच्चों को एक रसीले करके उसकी लंबाई की दूरी पर खड़ा होना होता है इसके बाद एक खिलाड़ी रस्सी के बीच के हिस्से में खड़ा होगा फिर दोनों खिलाड़ी उस रस्सी को बीच में खड़े खिलाड़ी के पैर के ऊपर से सिर तक घुमाते हुए निकालते हैं इस दौरान खिलाड़ी को पैर के पास रस्सी आने पर पूजा ना होता है|
बच्चों के आउटडोर गेम खेलने के क्या फायदे होते हैं बच्चों के लिए आउटडोर गेम काफी जरूरी होता है यदि आप एक बच्चे के पिता या मां है तो आपको इस लेख के माध्यम से मैं बताना चाहूंगा कि आप अपने बच्चों को आउटडोर गेम में इंटरेस्ट रखो आए इसके बहुत ही फायदे होते हैं आपका बच्चा स्वस्थ और मेंटली स्ट्रांग होगा|