इतना भी दर्द ना दे ए-जिंदगी, इश्क ही किया था कोई कत्ल नहीं

हमने ज़िन्दगी तुम्हारे नाम की,और तुमने बर्बाद कर दी

अब तो आदत बन चुकी है, तुम दर्द दो और हम मुस्कुराएंगे

2 शब्दो मे सिमटी है मेरी मोहब्बत की दास्तान, टूट कर चाहा उसे और चाह कर टूट गए

मोहब्बत ऐसी ही होती है साहब, कभी दिल जुड़ते तो कभी टूट जाते है